Friday, June 18, 2010
कैंतुरा महरों के कंधों पर है जिम्मेदारी
नौज्यूला की जगदी जात हो या फिर अन्य जगदी से जुड़ी प्रमुख यात्राएं. डोली को कंधों पर उठाने की जिम्मेदारी कैंतुरा महर लोगों पर होती है. जगदी के मैती होने के नाते मायके वाले जगदी को अपने कंधों पर लेके चलते हैं. महरगांव जगदी का मायका माना जाता है, यही कारण है कि जब होम वाले वर्ष जगदी क्षेत्र भ्रमण के लिए निकलती है तो महरगांव के भंडार में प्रमुख पड़ाव होता है. जगदी की चमत्कारी शक्ति के फलस्वरूप पथरीले गांव के रास्ते और बर्फ की शिलाओं पर भी नंगे पैर चलते डोलीधारक मैतियों को किसी प्रकार के कष्ट का अहसास नहीं होता है. महरगांव के भीमसिंह कैंतुरा, मदनसिंह कैंतुरा, पूर्णसिंह कैंतुरा जगदी की डोली को अपनी जिम्मेदारीपूर्ण सेवाएं देने वाले उल्लेखनीय नाम हैं.
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